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जिला अध्यक्ष की सैलरी 2025- Jila Adhyaksh Salary Per Month and जिला पंचायत सदस्य सैलरी UP

General

Suman Saurav
Suman Saurav
जिला अध्यक्ष की सैलरी 2025- Jila Adhyaksh Salary Per Month and जिला पंचायत सदस्य सैलरी UP

जिला अध्यक्ष क्या होता है?

जिला अध्यक्ष किसी राजनीतिक दल या संगठन का प्रमुख प्रतिनिधि होता है, जो जिले स्तर पर पार्टी या संस्था की गतिविधियों का संचालन और नेतृत्व करता है। उसका मुख्य कार्य जिले के विभिन्न क्षेत्रों में संगठन को मजबूत करना, कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करना और पार्टी की नीतियों को जनता तक पहुँचाना होता है। जिला अध्यक्ष स्थानीय स्तर पर होने वाले राजनीतिक या सामाजिक कार्यक्रमों में पार्टी की ओर से प्रमुख भूमिका निभाता है।

अध्यक्ष को अंग्रेज़ी में क्या कहते हैं?

‘अध्यक्ष’ को अंग्रेज़ी में President या Chairperson कहा जाता है। यह शब्द उस व्यक्ति के लिए प्रयोग होता है जो किसी संस्था, संगठन, समिति या सभा का संचालन और नेतृत्व करता है। ‘President’ आमतौर पर बड़े पदों के लिए और ‘Chairperson’ बैठक या समिति का नेतृत्व करने वाले के लिए प्रयोग किया जाता है।

Jila Adhyaksh in English

A Jila Adhyaksh is the District President of a political party or organization, responsible for leading, coordinating, and managing the party’s activities at the district level. The District President ensures organizational growth, guides members, and represents the party in local political and social matters.

Jila Adhyaksh Salary Per Month and जिला पंचायत सदस्य सैलरी UP

नीचे, आपकी सुविधा के लिए दोनों संभावित अर्थों पर आधारित दो विभिन्‍न टेबल दिए गए हैं—दोनों ही हिंदी में:

आपके प्रश्न के अनुसार—जिला अध्यक्ष (District President)—यदि यह किसी राजनीतिक दल का होता है, तो इसके लिए कोई सरकारी वेतन (salary) निर्धारित नहीं होता क्योंकि यह एक राजनीतिक पद है, जो पार्टी के आंतरिक ढाँचों में शामिल होता है और आमतौर पर पारिश्रमिक (remuneration) नहीं मिलता। वहीं, अगर आप जिला पंचायत अध्यक्ष (Zila Panchayat Adhyaksh) की बात कर रहे हैं, तो यह पंचायत राज के अंतर्गत एक निर्वाचित पद होता है, जिसके लिए सरकार द्वारा प्रत्येक माह कुछ मानदेय (honorarium) या सैलरी (stipend) दी जाती है।

1. राजनीतिक दल का जिला अध्यक्ष – वेतन/पैरिश्रमिक

(कोई सरकारी वेतन नहीं)

विषय

विवरण

पद

जिला अध्यक्ष (District President) – राजनीतिक दल का

वेतन

सरकारी वेतन नहीं—पार्टी के भीतर कोई निश्चित मासिक वेतन नहीं होता

भुगतान का स्वरूप

हो सकता है कि पार्टी द्वारा निकायों में भूमिका या खर्चों का कुछ सहयोग हो, परन्तु इसमें नियमित वेतन शामिल नहीं है

स्रोत

किसी विश्वसनीय सरकारी या मीडिया स्रोत में इसका उल्लेख नहीं है

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2. जिला पंचायत अध्यक्ष (Zila Panchayat Adhyaksh) – वेतन/मानदेय (उत्तर प्रदेश)

नीचे यूपी के जिला पंचायत अध्यक्ष के मानदेय का इतिहास और हालिया स्थिति दी गई है:

वर्ष / अवधि

मासिक मानदेय (₹)

विवरण

स्रोत

दिसंबर 2021 तक

₹14,000 प्रति माह

तब तक यह मानदेय था।

चुनाव से पहले (2021) निर्णय

₹15,500 प्रति माह

चुनाव से पहले वृद्धि की गई घोषणा।

निष्कर्ष:
उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए दिसंबर 2021 तक जो मानदेय था, वह ₹14,000 प्रति माह था, जिसे चुनाव से पहले बढ़ाकर ₹15,500 प्रति माह कर दिया गया था। वर्तमान में (2025)—जहाँ तक उपलब्ध जानकारी है—कोई नवीनतम सरकारी अधिसूचना या इजाफा नहीं मिला है, इसलिए पिछली पुष्टि (₹15,500 प्रति माह) को ही विश्वसनीय माना जा सकता है।

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उत्तराखंड जिला पंचायत अध्यक्ष (जिला अध्यक्ष) प्रति माह मिलने वाली सैलरी

नीचे उत्तराखंड में जिला पंचायत अध्यक्ष (जिला अध्यक्ष) को 2025 में प्रति माह मिलने वाली सैलरी और अन्य सुविधाओं का विस्तृत विवरण हिंदी में दिया गया है।

जिला पंचायत अध्यक्ष (जिला अध्यक्ष) – वेतन एवं सुविधाएँ

श्रेणी

विवरण

मानदेय (प्रति माह)

₹15,000 प्रति माह

सरकारी वाहन

उपलब्ध कराया जाता है

वाहन भत्ता

मिलता है

सुरक्षा (गनर)

प्रदान किया जाता है

पद की भूमिका

विकास योजनाएँ लागू करना, बजट और प्रस्ताव पास करवाना, जिला स्तर पर प्रशासन समन्वय

पद का प्रभाव/पदवी

राज्य मंत्री समकक्ष शक्ति और सम्मान प्राप्त

सारांश

1. मानदेय और सुविधाएँ

उत्तराखंड में जिला पंचायत अध्यक्ष को प्रत्येक माह लगभग ₹15,000 का मानदेय दिया जाता है। इसके अलावा, इस पद के साथ सरकारी वाहन, वाहन भत्ता, और सुरक्षा हेतु गनर जैसी सुविधाएँ भी प्रदान की जाती हैं। ये सभी सुविधाएँ इस पद को अधिक प्रभावशाली और प्रशासनिक रूप से सशक्त बनाती हैं।

2. जिम्मेदारियाँ और प्रभाव

जिला पंचायत अध्यक्ष जिले के विकास कार्यों का संचालन करता है, जिसमें राज्य और केंद्र की योजनाओं का क्रियान्वयन, बजट का नियोजन, और प्रस्तावों को पारित करवाना शामिल है। इस पद को राज्य मंत्री के समान शक्ति प्राप्त होती है, जिससे यह जिला प्रशासन में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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बिहार में 2025 में "जिला परिषद अध्यक्ष" का मासिक भत्ता (Salary/Allowance)

“जिला अध्यक्ष” शब्द आमतौर पर उपयोग में नहीं है और कोई विशुद्ध सरकारी वेतन-सूची में नहीं मिलता। संभवतः आप “जिला परिषद अध्यक्ष” (District Council President) की बात कर रहे हैं, जो पंचायत राज व्यवस्था में जिला स्तर पर जनप्रतिनिधि का पद होता है। इस पद के लिए सरकार नियम आधारित मासिक मानदेय या भत्ता (allowance) तय करती है।

बिहार सरकार ने 1 जुलाई 2025 से पंचायत प्रतिनिधियों के भत्तों (मानदेयों) में बढ़ोतरी की—जिसमें जिला परिषद अध्यक्ष का मासिक मानदेय 18,000 ₹ से बढ़ाकर 30,000 ₹ कर दिया गया है। यह निर्णय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता वाली मंत्रिमंडलीय बैठक में लिया गया था।

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मासिक भत्ता (Salary / Allowance) – बिहार (2025)

पद

पुराना भत्ता (₨)

नया भत्ता (₨)

लागू होने की तिथि

जिला परिषद अध्यक्ष (District Council President)

12,000

30,000

1 जुलाई 2025

(अन्य संदर्भ: सरकार के बैठक निर्णय)

18,000

(नीति में संशोधन)

टिप्पणी: पहले मीडिया रिपोर्टों में पुराने भत्ते के रूप में ₹18,000 का उल्लेख भी मिलता है, लेकिन इसे शासन द्वारा 1 जुलाई 2025 तक पूर्व में समय-समय पर संशोधित माना जाना चाहिए

बिहार और उत्तर प्रदेश में जिला अध्यक्ष का कार्य

बिहार और उत्तर प्रदेश में जिला अध्यक्ष शब्द का उपयोग आमतौर पर दो संदर्भों में होता है—पहला, किसी राजनीतिक दल के जिला अध्यक्ष और दूसरा, जिला परिषद अध्यक्ष (Zila Parishad Adhyaksh)। राजनीतिक दल के जिला अध्यक्ष का काम जिले में संगठन को मजबूत करना, कार्यकर्ताओं को जोड़ना, चुनावी रणनीति बनाना और पार्टी की विचारधारा को लोगों तक पहुँचाना होता है। वहीं जिला परिषद अध्यक्ष, पंचायत राज व्यवस्था के तहत जिले में चुने हुए प्रतिनिधियों का प्रमुख होता है, जो जिला परिषद की बैठकों की अध्यक्षता करता है, योजनाओं की निगरानी करता है और विकास कार्यों के क्रियान्वयन पर नजर रखता है।

Additional Insights: How to Become an MLA in India?

उत्तराखंड में जिला अध्यक्ष का कार्य

उत्तराखंड में भी जिला अध्यक्ष का कार्य लगभग यही होता है। राजनीतिक दल का जिला अध्यक्ष जिले की राजनीति में पार्टी की रीढ़ की हड्डी माना जाता है और स्थानीय स्तर पर पार्टी के फैसलों का प्रतिनिधित्व करता है। जिला परिषद अध्यक्ष के रूप में उसका दायित्व जिले की पंचायत समितियों को दिशा देना, बजट पास करना और सरकारी योजनाओं को अंतिम स्तर तक पहुँचाना होता है। वह प्रशासन और आम जनता के बीच एक कड़ी की तरह काम करता है और जिले के समग्र विकास की जिम्मेदारी निभाता है।

Frequently Asked Questions

जिला अध्यक्ष कौन होता है और उसका मुख्य काम क्या है?

जिला अध्यक्ष किसी राजनीतिक दल या संगठन का जिले स्तर पर प्रमुख प्रतिनिधि होता है। उसका मुख्य काम जिले में संगठन को मजबूत करना, कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करना, पार्टी की नीतियों को जनता तक पहुँचाना और स्थानीय राजनीतिक या सामाजिक कार्यक्रमों में पार्टी का प्रतिनिधित्व करना होता है।

क्या एक राजनीतिक दल के जिला अध्यक्ष को सरकारी सैलरी मिलती है?

नहीं, आमतौर पर एक राजनीतिक दल के जिला अध्यक्ष को कोई सरकारी सैलरी नहीं मिलती है। यह एक राजनीतिक पद होता है, सरकारी पद नहीं। पार्टी अपने आंतरिक ढाँचे के तहत कुछ खर्चों में मदद कर सकती है, पर कोई तय मासिक वेतन सरकार द्वारा नहीं मिलता है।

उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष की मासिक सैलरी कितनी है?

उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष को वर्तमान में (2025 के अनुसार उपलब्ध जानकारी) हर महीने 15,500 रुपये का मानदेय मिलता है। दिसंबर 2021 तक यह 14,000 रुपये था, जिसे चुनाव से पहले बढ़ाकर यह राशि कर दी गई थी। यह पंचायत राज व्यवस्था के अंतर्गत एक निर्वाचित पद है।

उत्तराखंड में जिला पंचायत अध्यक्ष को क्या सैलरी और सुविधाएं मिलती हैं?

उत्तराखंड में जिला पंचायत अध्यक्ष को प्रत्येक माह लगभग 15,000 रुपये का मानदेय दिया जाता है। इसके अलावा, उन्हें सरकारी वाहन, वाहन भत्ता और सुरक्षा के लिए गनर जैसी महत्वपूर्ण सुविधाएं भी मिलती हैं। इस पद को राज्य मंत्री के समान शक्ति और सम्मान प्राप्त होता है।

बिहार में जिला परिषद अध्यक्ष का मासिक भत्ता (Salary) कितना है?

बिहार में जिला परिषद अध्यक्ष का मासिक भत्ता 1 जुलाई 2025 से बढ़ाकर 30,000 रुपये कर दिया गया है। पहले यह राशि 12,000 या 18,000 रुपये थी। यह महत्वपूर्ण बढ़ोतरी मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली मंत्रिमंडलीय बैठक में तय की गई थी।

जिला पंचायत अध्यक्ष के मुख्य काम और जिम्मेदारियां क्या होती हैं?

जिला पंचायत अध्यक्ष जिले के विकास कार्यों का संचालन करता है। इसमें राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं को लागू करना, बजट का नियोजन, प्रस्तावों को पारित करवाना और जिला स्तर पर प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित करना शामिल है। वह जिले के समग्र विकास की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाता है।

अध्यक्ष को अंग्रेजी में क्या कहते हैं, और इसके अलग-अलग मतलब क्या हैं?

अध्यक्ष को अंग्रेजी में President या Chairperson कहा जाता है। President शब्द का प्रयोग आमतौर पर बड़े पदों या संस्थाओं के प्रमुख के लिए होता है। वहीं, Chairperson शब्द का इस्तेमाल मुख्य रूप से किसी बैठक या समिति की अध्यक्षता करने वाले व्यक्ति के लिए किया जाता है।

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